मैं जो ना होता तो तुझे कौन हैरान करता | Mai jo na hota to tujhe kon hairan krta
मैं जो ना होता तो तुझे -
कौन हैरान करता ?
तू जो ना होता तो मुझे
कौन प्यार करता?
ऐ रकीब खुदा की है जो सदा थी
हे अजीव खुद की अपनी -
अपने ढंग से अदा की
है करीब मंजिलों के राहे पहुंचती
है नजदीक- दुनिया हो बातें बताती
मैं जो ना होता तो - तुझे
कौन हैरान करता?
जाम दुनिया का
जाम - ऐ - रंग शोहररत का वे
ऐ वो ना होता तो जहां इसे
कौन रंगरान करता ?
जान इकलौती कुर्बान अकेली होगी
ना अरमान मार सकता ,
कैसे जिऊंगा - कैसे मरूंगा
तुमसे वादा कैसे करूं
तुमसे ज्यादा जिएंगे
मैं भरोसा कैसे करूं
फिर यूं तो रिश्ता ना बनता उसे
ना ही लोग अपना बना पाते
क्या मैं जो ना होता तो
तुझे कौन हैरान करता ?
तू जो होना होता तो - मुझे
कौन प्यार करता ?